गीतावर्ग


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गीता भारतीय ज्ञान का सार है, श्रीमद्भगवद् गीता के अध्ययन के माध्यम से बच्चों में ज्ञान कर्म और भक्ति का विकास करना हैं । इस त्रि-वर्षीय वर्ग में बच्चों के मानसिक विकास की जगह मिलती है, बच्चों की बौद्धिक क्षमता तीक्ष्ण  बन जाती हैं । इस कक्षा की विशिष्टताओं में गीता पठन, भारतीय दर्शन की कहानियाँ, श्रुतिपरम्परा, सामान्य संस्कृत, मूल्य शिक्षण, ध्यान आदि ।

  • यह कक्षा 5 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए हैं ।
  • इस वर्ग की अवधि 3 वर्ष हैं ।

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